हास्यसञ्जीवनी
संस्कृते हास्यम्। (अनूदित-विनोद-कणिकानां संग्रहः।)
Tuesday, 21 June 2016
वर्धयितुं शक्नोषि?
नापितः-- अयि भोः, अपि केशाः तनूकरणीयाः?
पुरुषः-- किमन्यत्? किं तान् वर्धयितुं शक्नोषि?
Barber-- Should I cut the hair?
Man-- What else? Can you grow them??
हज़्ज़ाम: ताऊ, बाल छोटे करने है के...?
ताऊ: बड़े कर सके है के !!
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